यह शोध पत्र अभिभावकों के नजरिए से माध्यमिक शिक्षा में डिजिटल संचार उपकरणों की परिवर्तनकारी भूमिका की जांच करता है। जैसे-जैसे 21वीं सदी में शैक्षिक वातावरण विकसित होता है, ये उपकरण - शिक्षण प्रबंधन प्रणालियों से लेकर त्वरित संदेश अनुप्रयोगों तक - शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों के बीच बेहतर संचार की सुविधा प्रदान करते हैं। अध्ययन इस बात पर प्रकाश डालता है कि कैसे डिजिटल उपकरण अकादमिक प्रगति पर वास्तविक समय के अपडेट प्रदान करके, सहयोग को बढ़ावा देकर और व्यक्तिगत शिक्षण अनुभवों को सक्षम करके माता-पिता की भागीदारी में सुधार करते हैं। इसके अलावा, यह शोध पत्र माता-पिता के सामने आने वाली चुनौतियों को संबोधित करता है, जिसमें तकनीकी बाधाएँ, गोपनीयता संबंधी चिंताएँ और तत्काल संचार की माँग शामिल हैं। डिजिटल संचार उपकरणों से जुड़े लाभों और बाधाओं का विश्लेषण करके, शोध एक अधिक समावेशी और सहायक शैक्षिक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की उनकी क्षमता को रेखांकित करता है। निष्कर्ष बताते हैं कि जैसे-जैसे ये उपकरण विकसित होते रहेंगे, वे शैक्षिक परिणामों को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ा सकते हैं, बशर्ते कि स्कूल माता-पिता के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण और सहायता लागू करें। अंततः, यह शोध पत्र छात्रों की सफलता को बढ़ावा देने और उन्हें डिजिटल भविष्य के लिए तैयार करने में डिजिटल संचार का लाभ उठाने के लिए एक सहयोगी दृष्टिकोण की वकालत करता है।
नितिन पाण्डेय और डॉ0 काव्या दुबे
34-39
08.2025-31689986