वर्तमान समय में उच्च शिक्षा सैद्धांतिक ज्ञान से आगे बढ़कर विद्यार्थियों की सफलता के लिए महत्वपूर्ण तत्व के रूप में जीवन कौशल को भी अपना रही है। प्रस्तुत शोध पत्र उच्च शिक्षा के क्षेत्र में जीवन कौशलों के बढ़तेप्रभाव की जांच करता है। साथ ही उच्च शिक्षा में जीवन कौशलों की भूमिका, महत्व, उनके लाभ एवं इनके एकीकरण के संभावित तरीकों का विश्लेषण करता है। जीवन कौशल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो विद्यार्थियों को न केवल शैक्षणिक सफलता के लिए बल्कि जीवन की चुनौतियों से निपटने और बेहतर जीवन जीने के लिए भी तैयार करते हैं। प्रस्तुत शोध पत्र में कुछ शोध प्रश्नों की चर्चा की जाएंगी जो इस प्रकार हैं: जीवन कौशल क्या हैं, उच्च शिक्षा में जीवन कौशल की क्या भूमिका है, इक्कीसवीं शताब्दी के कौशलों में जीवन कौशल क्या हैं, उच्च शिक्षा में जीवन कौशलों का क्या महत्व है,उच्च शिक्षा पाठ्यक्रम में जीवन कौशलों को किस प्रकार एकीकृत किया जा सकता है?शिक्षा की विकसित प्रकृति और वर्तमान रोजगार बाजारकी बढ़ती मांगों को देखते हुए उच्च शिक्षा में जीवन कौशल की भूमिका और महत्व का अध्ययन करना अति आवश्यक है। जीवन कौशल मेंउन सभी आवश्यक दक्षताओं का विस्तृत समावेशन हैं जो व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों प्रकार के वातावरण में अनुकूलन और विकास के लिए आवश्यक होते हैं। ये कौशल आत्म-जागरूकता को बढ़ावा देने, भावनाओं के प्रबंधन में और प्रभावीअंतर्वैयक्तिक संबंधों को विकसित करने के लिए आवश्यक हैं।
वन्दना चौधरी & प्रोफ़ेसर राशिदा खातून
122-133
02.2025-59698197