राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 एक व्यापक और दूरदर्शी नीति है जिसका उद्देश्य भारतीय शिक्षा व्यवस्था को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाना है। इसमें वैश्विक नागरिकता की शिक्षा को शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में समाहित करने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में कहा गया है कि शिक्षा केवल शैक्षिक ज्ञान तक ही सीमित नहीं रहनी चाहिए बल्कि यह छात्रों में समावेशी, सहिष्णुता, सहयोग, पर्यावरण चेतना और नैतिक मूल्य जैसे गुणों का विकास भी करना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 वैश्विक मुद्दों जैसे जलवायु परिवर्तन सतत् विकास, मानव अधिकार और अंतर-सांस्कृतिक को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने पर बल देती है इसके अलावा बहुभाषिकता, डिजिटल-साक्षरता, सामाजिक-भावनात्मक शिक्षा को भी वैश्विक नागरिकता के दृष्टिकोण से जोड़ा गया है। शिक्षकों के प्रशिक्षण में वैश्विक नागरिकता की अवधारणाओं को शामिल करने और पाठ्यचर्या को उसी के अनुरूप डालने का भी प्रस्ताव किया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 वसुधैव कुटुंबकम् की भावना को साकार करते हुए छात्रों को 21वीं सदी की वैश्विक चुनौतियों के लिए तैयार करने में सहायक सिद्ध हो जिससे विद्यार्थी जिम्मेदार और संवेदनशील वैश्विक नागरिक बन सके। अतःप्रस्तुत शोध पत्र में उच्च शिक्षा संस्थान के शिक्षकों के द्वारा वैश्विक नागरिकता के विकास हेतु किए जाने वाले प्रयासों और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में दिए गए प्रमुख सुझावों का अध्ययन किया गया है।
डॉ० सुनील कुमार दूबे और डॉ० रश्मि श्रीवास्तव
107-114
10.5281/zenodo.17516370