AD EDUXIAN JOURNAL

(A QUARTERLY MULTIDISCIPLINARY BLIND PEER REVIEWED & REFEREED ONLINE INTERNATIONAL JOURNAL)

YEAR: 2024

E- ISSN:3048-7951

भारत में पारंपरिक ज्ञान प्रणाली और उसका प्रबंधन

Abstract

भारत में पारंपरिक ज्ञान का प्रबंधन क्रमिक चरणों से होकर गुजरा है। इन चरणों में न केवल प्रौद्योगिकी को अपनाना बल्कि सामाजिक जागरूकता का निर्माण भी शामिल है। यह स्पष्ट है कि भारतीय पारंपरिक ज्ञान वैज्ञानिक और गैर.वैज्ञानिक दोनों ही दृष्टियों से अंतर्निहित है। विडम्बना यह है कि दोनों शब्द भारतीयों के जीवन.जगत में रचे.बसे हैं। भारत में पारंपरिक ज्ञान प्रणाली सीखने की पारंपरिक पद्धति पर आधारित है। जो व्यावहारिक अनुप्रयोग और अनुप्रयोग के सिद्धांतों पर आधारित है। अधिक लोकतांत्रिक और समावेशी ज्ञान प्रणाली बनाने के लिए वैज्ञानिक समुदाय सहित विभिन्न समूहों द्वारा इस पद्धति को अपनाया गया है। यह पेपर पारंपरिक ज्ञान की संरचना इसकी वितरण प्रणाली; इसके चयनात्मक अनुप्रयोग और उपयोग; प्रतिस्पर्धी समूहों की प्रतिक्रियाओं और अंततः ज्ञान प्रणाली को लोकतांत्रिक बनाने में तकनीकी मुद्दों के संदर्भ में पारंपरिक स्वदेशी ज्ञान प्रबंधन का पता लगाता है।

Keynote: सूचक शब्द स्वदेशी ज्ञान; ज्ञान प्राप्त करना; सामाजिक जागरूकता; तकनीकी

Acceptance: 22-06-2024

Published: 24-07-2024

Writer Name

Ms. Swati Garg

Pages

54-60

DOI Numbers

11.2024-87473478